Vol. 5, Issue 1 (2020)
अध्यापक शिक्षा एक प्रक्रिया के रूप में कार्य करती है। इस सम्पूर्ण प्रक्रिया के परिणामस्वरूप उत्पाद के रूप में एक कुशल व प्रभावी शिक्षक को तैयार करने का प्रयास किया जाता है। जो समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके। इस दृष्टि से यह माना जा सकता है कि अध्यापक शिक्षा व शिक्षक एक सिक्के के दो पहलू है, जिसमें अध्यापक शिक्षा को प्रक्रिया के रूप में तथा शिक्षक को उसके उत्पाद के रूप में देखा जाता है। अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम में भावी शिक्षकों के संज्ञानात्मक, भावात्मक एवं मनोगत्यात्मक पक्ष उदीप्त हो सके, इसके लिए अध्यापक शिक्षा में आवश्यकतानुकूल गुणवत्ता एवं व्यापकता लाने के लिए विभिन्न आयोगों ने समय -समय पर अनेक सुझाव भी दिये जिसको आधार मानते हुए अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के नवाचारी कदम भी उठाये गये। उन्हीं नवाचारी कार्यक्रमों के अन्र्तगत सर्वाधिक अभिनव रूप में माध्यमिक स्तरीय अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत इण्टर्नशिप को समाहित किया गया है। जिसके माध्यम से विद्यार्थी-शिक्षकों को कार्यक्षेत्र संबंधी वास्तविक अनुभव प्रदान करने के साथ-साथ सैद्धान्तिक एवं प्रयोगात्मक पक्ष को एकीकृत करने का प्रयास भी किया गया है।